गुना पुलिस की कस्टडी में पारदी युवक की मौत का आरोप है। युवक और उसके चाचा को किसी डकैती के केस में पूछताछ के लिए पकड़ा गया था। रविवार को युवक की बारात जानी थी, इसके ठीक पहले पुलिस उसे पकड़कर ले गई।
युवक की मौत की खबर सुनकर रविवार देर रात समाज के लोग जिला अस्पताल में जमा हो गए। अस्पताल में युवक की होने वाली दुल्हन ने खुद पर पेट्रोल डालकर आत्मदाह की कोशिश की। चाची ने पेट्रोल डालकर आग लगा ली। बचाने में एसडीओपी झुलस गए। मामला जिले के बीलाखेड़ी का है।
परिजन युवक का पोस्टमॉर्टम भोपाल में कराने की मांग कर रहे हैं। 8 थानों का पुलिस फोर्स जिला अस्पताल में तैनात किया गया है। ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट गुना के पीएम हाउस पहुंचे हैं। तीन डॉक्टरों का पैनल पोस्टमॉर्टम करेगा।
बारातियों के ट्रैक्टर पर थाने ले गई पुलिस
बीलाखेड़ी के रहने वाले देवा पारदी की बारात गांव से गुना शहर के गोकुल सिंह चक्क पर आने वाली थी। शाम 4.30 बजे पुलिस गांव में पहुंची। जिस ट्रैक्टर पर बारात जाना थी, उसी पर देवा और उसके चाचा गंगाराम को पुलिस ले गई।
देवा की चाची और गंगाराम पारदी की पत्नी सूरजबाई के मुताबिक, हम भी पीछे-पीछे झागर चौकी पहुंचे। पुलिस ने कहा कि एक गाड़ी की बरामदगी करनी है, इसलिए उसे लेकर आए हैं। देर रात जिला अस्पताल से सूचना मिली कि एक पारदी युवक को पोस्टमॉर्टम रूम में लाया गया है। अस्पताल पहुंचकर पता चला कि पुलिस कस्टडी में देवा की मौत हो गई है।
जिला अस्पताल के बाहर 8 थानों का पुलिस फोर्स तैनात किया गया है।
मिनी ट्रक में भरकर जिला अस्पताल पहुंची महिलाएं
एक मिनी ट्रक से देवा पारदी की दुल्हन, चाची और दूसरी महिलाएं अस्पताल पहुंचीं। दुल्हन ने अपने पूरे शरीर पर पेट्रोल डाल लिया। वह आत्मदाह की कोशिश करने लगी। इसी बीच पुलिस ने उसे पकड़ा और अस्पताल चौकी में बैठा लिया। थोड़ी देर बाद चाची सूरज बाई ने अपने ऊपर पेट्रोल डालकर आग लगा ली। वह झुलस गई। आग बुझाने में एसडीओपी युवराज सिंह के हाथ की अंगुलियां झुलस गईं। महिलाओं की कई बार पुलिस से धक्कामुक्की भी हुई।
युवक की दुल्हन को पुलिस ने आत्मदाह करने से रोका, इसके कुछ देर बाद उसकी चाची ने खुद पर पेट्रोल डालकर आग लगा ली।
युवक की दुल्हन को पुलिस ने आत्मदाह करने से रोका, इसके कुछ देर बाद उसकी चाची ने खुद पर पेट्रोल डालकर आग लगा ली।
मौत से पहले की आखिरी सेल्फी…
घर में शादी की रस्में चल रही थीं। देवा के हाथ में मेहंदी लग चुकी थी। बारात ले जाने से पहले उसने शेरवानी पहनकर यह आखिरी फोटो क्लिक की। उधर, दुल्हन भी तैयार हो चुकी थी। बारात आने का इंतजार चल रहा था। देर रात देवा की मौत की खबर मिली।
देवा ने शेरवानी पहनकर यह सेल्फी क्लिक की थी। इसके कुछ देर बाद ही पुलिस उसे उठाकर ले गई।
13 जुलाई की शाम पारदी गिरोह ने पुलिस टीम पर किया था हमला
यह पूरा मामला 13 जुलाई की शाम 5 बजे से शुरू हुआ। धरनावदा थाने से महज 8 किमी दूर पारदी गिरोह ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया था। 10 पुलिसकर्मी घायल हुए थे। 13 जुलाई की रात 1.30 बजे मामले में एफआईआर दर्ज की गई।
इस एफआईआर के मुताबिक, भोपाल और राजगढ़ की पुलिस टीम अपने जिले में हुई चोरी के आरोपियों की तलाश में झागर चौकी आई थी। सहायता के लिए रूठियाई चौकी और धरनावदा थाने का पुलिस बल भी झागर चौकी पहुंचा। सभी ने मिलकर गांव में दबिश दी। इस दौरान पारदियों ने पुलिस टीम पर हमला किया। गोलियां चलाईं और पत्थर फेंके।
सीने में दर्द उठने के बाद हुई मौत
एडिशनल एसपी मान सिंह ठाकुर ने बताया कि म्याना इलाके के भिड़रा गांव में हुई चोरी के संबंध में पूछताछ के लिए देवा पारदी और गंगाराम पारदी को पुलिस ने हिरासत में लिया था। रविवार शाम दोनों को चोरी हुए सामान की रिकवरी के लिए ले जा रहे थे। इसी दौरान देवा के सीने में दर्द उठा। उसे तत्काल म्याना के अस्पताल ले जाया गया। वहां से जिला अस्पताल लाया गया। यहां लगभग 45 मिनट तक उसका इलाज चला। सीपीआर भी दिया गया, लेकिन उसे बचा नहीं जा सका।