G7 News | Viral News रतलाम के कन्या शिक्षा परिसर की 12वीं की छात्राएं 8 किमी पैदल चलकर मंगलवार को जनसुनवाई में कलेक्टोरेट पहुंची। अधिकारियों को जब छात्राओं के पैदल आने की सूचना मिली तो कलेक्टर ने एडीएम एसडीएम को गाड़ी लेकर भेजा। फिर भी वह नहीं मानी। तब आधे रास्ते में कलेक्टर राजेश बाथम भी पहुंचे। लेकिन, छात्राएं कलेक्टोरेट आकर ही बात करने की जीद पर अड़ी रही।
कलेक्टोरेट में फर्श पर बैठी छात्राओं से चर्चा करते अधिकारी।
फिजिक्स-केमेस्ट्री की पढ़ाई से असंतुष्ट थी
छात्राएं स्कूल में फिजिक्स व केमेस्ट्री के टीचर्स द्वारा कराई जाने वाली पढ़ाई अंसतुष्ट थीं। साथ ही, हॉस्टल अधीक्षिका के व्यवहार और प्रिंसिपल द्वारा समस्या पर ध्यान नहीं देने से नाराज थीं।
कन्या शिक्षा परिसर कलेक्टोरेट से 8 किमी दूर शहर से बाहर बाजना रोड पर स्थित है। कक्षा 12वीं की छात्राएं पैदल ही वहां से निकल पड़ी। रास्ते में एडीएम डॉ. शालिनी श्रीवास्तव, एसडीएम अनिल भाना को गाड़ी लेकर भेजा गया। लेकिन, छात्राएं नहीं मानी।
अधिकारी पीछे-पीछे चलते रहे
छात्राएं पैदल कलेक्टोरेट पहुंचीं। अधिकारी पीछे-पीछे चलते रहे। छात्राओं ने कलेक्टोरेट परिसर में हमारी मांगे पूरी करो, नारेबाजी की। कलेक्टर राजेश बाथम ने सभी छात्राओं को अपने चैंबर में बुलाया। उनकी समस्या सुनी।
छात्राओं ने बताया कि प्राचार्य को कई बार समस्याओं से अवगत कराया। लेकिन ध्यान नहीं दिया जाता। अधीक्षिका भी नहीं सुनती। केमिस्ट्री एवं फिजिक्स के टीचर्स के पढ़ाने का तरीका सही नहीं है। पहले भी आवेदन दिया। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुआ। दोनों टीचर्स को बदला जाए। कलेक्टर ने छात्राओं की समस्या सुन आश्वासन दिया कि सारी मांगे मानी जाएगी।
नाश्ता करवाकर वाहन से भिजवाया
कलेक्टर ने सभी छात्राओं को समस्या सुनने के बाद नास्ता करवाया। उसके बाद वाहन की व्यवस्था करवाकर वापस भिजवाया। छात्राओं ने बताया कि फिजिक्स व केमिस्ट्री के टीचर्स सही नहीं पढ़ा रहे थे।
प्राचार्य भी नहीं सुनते थे। कई बार उन्हें समस्या बताई। वह समझाने का आश्वासन देते रहे। पढ़ाई सेशन का आखरी समय चल रहा है। हम 12वी में सीबीएसई बोर्ड कैसे पास करेंगे।
कलेक्टर ने तुरंत कार्रवाई करते हुए तत्काल प्रभाव से कन्या शिक्षा परिसर की अधीक्षिका को निलंबित कर दिया है। प्रिंसिपल गणतंत्र मेहता को नोटिस दिया है। टीचर्स को भी बदलने को कहा है।